खुशबू तेरे ख्वाबो की
महकाती है मुझे,
दूर जब रहता है तू
सताती है मुझे |
चाँद जब जलता है,
मेरी किस्मत से
उजाला देता है वह
बड़े ही शिद्दत से|
मिठास तेरे बातों की
घुलती है मुझमे जब,
चासनी हो या शहद
सारे बेस्वाद है तब
तेरी आहट होती है
महसूस मुझे जब,
बादलभी सुनता है
बारिश की बूंदो को तब|
तुझसे मिलना इत्तेफ़ाक़ नहीं
ख़ुदा की नेमत है
तेरे साथ सिर्फ ज़िन्दगी नहीं
ज़िन्दगी की शुरुआत है |
महकाती है मुझे,
दूर जब रहता है तू
सताती है मुझे |
चाँद जब जलता है,
मेरी किस्मत से
उजाला देता है वह
बड़े ही शिद्दत से|
मिठास तेरे बातों की
घुलती है मुझमे जब,
चासनी हो या शहद
सारे बेस्वाद है तब
तेरी आहट होती है
महसूस मुझे जब,
बादलभी सुनता है
बारिश की बूंदो को तब|
तुझसे मिलना इत्तेफ़ाक़ नहीं
ख़ुदा की नेमत है
तेरे साथ सिर्फ ज़िन्दगी नहीं
ज़िन्दगी की शुरुआत है |
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